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राजगिरा
पोषक तत्वों से भरपूर राजगिरा !
रामदाना अर्थात राजगिरा जिसे अंग्रेजी में एमरंथ ग्रेन भी कहते हैं,इससे पूड़ी पराठा अन्य पकवान खीर आदि बनाकर खाए जाते हैं।
इसकी फली लंबी और गोलाकार होती हैं। इसके बीज छोटे-छोटे राई के से कुछ बड़े होते हैं। इसकी फलियां हरे और लाल की होती हैं।
राजगिरा में विटामिन सी, लोह तत्व के साथ फास्फोरस, पोटेशियम होता है, यह एंटीऑक्सीडेंट है।
आयुर्वेद के अनुसार इसके पत्ते और बीज कफ कारक, अच्छी नीदं लाने वाले होते हैं।
दूध के मुकाबले दुगना प्रोटीन, कैल्शियम होने के कारण इसे भूख को भगाने वाला कहा जाता है।
इसमें निहित मेग्नेशियम खून की धमनियों को सिकुड़ने से रोकता है। जिससे यह ब्लड कोलेस्ट्रॉल के जमाव को कम करता है।
ग्लूटोन एलर्जी वाले लोग भी इसका सेवन आराम वाला कहा जाता है।
इसे शाही अनाज भी कहा गया है।
कैलोरी की मात्रा कम होने से वजन को कम करता है।
यह रक्त को शुद्ध करता है।
बवासीर में राजगिरा का सेवन फायदा पहुंचाता है।
पेशाब की जलन में इसके पत्तो का रस देने से लाभ होता है।
राजगिरा का उपयोग काली मिर्च, हरि मिर्च के साथ घी तेल के साथ करने से ये और हितकारी हो जाता है
व्रत में इसका हलवा, पूरी, उपमा आदि बनाकर खाया जाता है।
इसके आटे की राब भी हल्के भोजन की तरह लाभकारी है।
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