स्वाइन फ्लू /Swine flu

स्वाइन फ्लू से डरे नहीं अपनाएं ये उपाय :-

हम लोग मिडिया में स्वाइन फ्लू की खबरों को देख डरने लगते हैं | और कई बार सामान्य फ्लू को भी स्वाइन फ्लू समझने लगते हैं | हमारा यह हमारी समस्या को और बढ़ा देता है  आइए जानते हैं इस डरावनी बीमारी के बारे में और इससे बचाव और उपचार के तरीके | 

भारत में स्वाइन फ्लू की घटनाएं 2009,2010, 2012, 2013 और 2015 में सबसे ज्यादा हुई हैं | 

संक्रामक सांस का रोग - स्वाइन फ्लू एक संक्रमण सांस का रोग है जो की सामान्य रूप से केवल सूअरों को प्रभावित करता है | यह आमतौर पर स्वाइन एन्फ्लूएंजा ए वायरस के H1N1 के कारण होता है | हालांकि लोगों में स्वाइन फ्लू होना सामान्य नहीं है, मानवीय संक्रमण कभी -कभी होते है, मुख्यता संक्रमित सूअरों के साथ निकट संपर्क के बाद | 

मार्च / अप्रैल 2009 के दौरान, सूअर एन्फ्लूएंजा वायरस की एक नई स्ट्रेन मेक्सिको में उभरी, और मनुष्यों में रोग पैदा करना शुरू क्र दिया | विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि एन्फ्लूएंजा ए एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है | 

कैसे फैलता है - जब आप खांसते या छींकते है तो हवा में या जमीन पर या जिसे भी सतह पर थूक या मुंह और नाक से द्रव गिरते हैं, वह वायरस की चपेट में आ जाता है | तह कण हवा के द्वारा या किसी के छूने से दूसरे व्यक्ति के शरीर में मुंह या नाक के जरिए प्रवेश क्र जाते हैं | मसलन, दरवाजे, फोन, कीबोर्ड या रिमोट कंट्रोल के जरिए भी यह वायरस फैल सकते हैं, अगर चीजों का इस्तेमाल किसी संक्रमित व्यक्ति ने किया हो | 

गर्म पानी पिएं, यह वायरस की ग्रोथ को रोकता है और इम्युनिटी बढ़ाता है | 

शुरूआती लक्षण - नाक का लगातार बहना, छींक आना |मांसपेशियां में दर्द या अकड़न महसूस करना | सिर में तेज दर्द | कफ और कोल्ड , लगातार खाँसी आना | उनींदे रहना, अधिक थकान महसूस होना | दवा के बाद भी बुखार बढ़ना | गले में खराश होना और इसका लगातार बढ़ते जाना | 

स्वाइन फ्लू से बचाव 

गर्म पानी पिएं - यह वायरस की ग्रोथ को रोकता है, इम्युनिटी बढ़ाता है, पाचन तंत्र और श्वसन तंत्र को क्लीन करता है | 

धुप में बैठें - धुप से अच्छा एंटीवायरस और एंटीबैक्टीरियल कुछ भी नहीं है तभी तो स्वाइन फ्लू गर्मियों में नहीं फैलता है | 

अदरक, तुलसी और लौंग की चाय पिएं | 

गिलोय और तुलसी का काढ़ा पिएं | 

कर्पूर धारा जो कि पिपरमेंट, सत अजवाई और कपूर मिलाकर बनाई जाती है, को रुमाल में लगाकर सूंघने से श्वसन तंत्र के सभी रोग और वायरस भी नष्ट हो जाते हैं | अजमोदा कर चूर्ण 5 ग्राम शहद से लेने से भी स्वाइन फ्लू नहीं होगा | 

ठंडा पानी, ठंडी चीजें, एसी और भीड़ भरे हॉल में जाने से बचें |


 

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