स्वतंत्रता /Freedom

स्वतंत्रता 

जब हम सभी क्षेत्रों में स्री और पुरुष को समान रूप से देखते हैं तो स्वतंत्रता के परिपेक्षय में स्री की तुलना पुरुष से क्युं ?उसे जरूरत है यह जानने की कि वह एक बेमतलब सी दौड़ का हिस्सा न होकर प्रकृति की एक नायाब कृति है, जिसे इस पूरी कहकशां से प्यार करने का अधिकार है | जीना ही नहीं, जीवंतता देगी स्री को एक स्वत्रंत जीवन जीने का अधिकार है | उसे पढ़ने - लिखने का अधिकार भी दो | 

FreedomWhen we see women and men in all areas equally, then what is the comparison of women in the context of independence from men? It is necessary to know that it is not a part of an irreconcilable race, that is an unsuitable nature of nature, This right has the right to love. Not only will I live, I will give you the freedom to live a healthy life. Give him the right to read - write.

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