परिश्रम

परिश्रम ही सच्चा सहायक 

जीवन सूत्र - समय का रोना मत रोइए। आपके पास भी उतना ही समय है जितना की उन महान लोगों के पास था जिन्होंने समय की रेत पर अपने हस्ताक्षर अंकित किए।  

* स्वयं पर या अपने पर विश्वाश को लेकर कार्य आरंभ करें की ब्रहभांड़ की सारी शक्तियां पहले से ही परमात्मा ने आपको दी हैं। 

* व्यर्थ की चिंता से स्वयं को दूर रखिए अपने नियंत्रण से जो स्थितियां परिस्थितियां बाहर हैं उन पर विचार करने से कोई लाभ नहीं। 

* परिश्रम पुरुषार्थ ही सच्चा सहायक है यदि आपको अपना भाग्य लिखता नहीं आता,तो परिस्थितियां हमारा भाग्य लिख देंगी। 

* स्मरण रखिए अपने सपने वो नहीं जो हमे नींद में आते हैं वरन सपने वो हैं जो हमको नींद नहीं आने देते। 

* और यह जान लीजिए की प्रसन्नता पहले निर्मित कोई वस्तु नहीं है। वह तो आपको ही कर्मो का 'बाइप्रोडेक्ट' है। 

  परिश्रम ही मनुष्य का सच्चा सहायक है। 

 

 

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