poem/कविता

 hope
Of hope
Is there a floor
For the rising sun
Where is Sarah
With hope
Particle particles shine,
Even after the efforts
Has a bow
Be it musical
A particle ridge
There is a stone
At the end of the majoleo's door
Flowers are decorated with flowers
Panic in distress
There is some solution,
After all the storms of karma
Golden is tomorrow

 

उम्मीद

उम्मीदों के समदर का 

कहा कोई तल होता है 

उगते सुरज के लिए तो 

सारा जहां समतल होता है 

आशाओ के उजाले से तो 

कण -कण चमकता है ,

प्रयासों के आगे तो नभ भी 

नतमस्तक होता है 

इन मुशिकल रहो में 

कोई कण कटक 

कोई पत्थर होता है 

पर मजिलो का दार आखिर 

फूलो से ही सजता है 

विपत्ति में घबराने से कहा 

कुछ हल होता है,

आखिर कर्मो के तूफ़ानो से ही 

सुनहरा कल होता है 

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